Blogging शुरू करना: जुनून से पहचान तक

Blogging शुरू करना: जुनून से पहचान तक

अगर आप खुद का ब्लॉग बनाना चाहते हैं, तो आज ही शुरुआत करिए।

ब्लॉगिंग केवल लिखने का जरिया नहीं है — यह आपकी सोच को दुनिया तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम है।

लेकिन रुकिए, सोचिए — सिर्फ कमाई के लिए मत लिखिए, दिल से कुछ नया देने के लिए लिखिए।

ब्लॉगिंग के सच्चे नियम:

  • सबसे पहले, कमाई का लालच दिमाग से निकाल दीजिए।
  • ऐसी पोस्ट लिखिए, जो वाकई किसी की मदद करे, जिसे पढ़कर लोग कुछ नया जानें।
  • कहीं से भी कॉपी-पेस्ट न करें।
  • हर शब्द को अपने अनुभव और अपनी सोच से लिखिए।
  • ब्लॉग लिखने से पहले अपने विचार कागज पर उतारिए, इससे सोच में गहराई आएगी।
  • अपने ब्लॉग के लिए एक अच्छा-सा नाम चुनिए, जो आपके टॉपिक से मेल खाता हो।
  • ब्लॉग की सभी जरूरी सेटिंग्स को पूरा करिए — SEO, Permalink, Categories आदि।
  • गूगल के भरोसे मत रहिए।
  • अपनी खुद की Community बनाईए, जो आपके लेखन से जुड़ी रहे।
  • कॉपीराइट फ्री इमेज का ही इस्तेमाल करें, या फिर खुद के खींचे हुए फोटो डालिए।


हमेशा याद रखें:

कोई लेख तभी लिखें, जब दिल से लिखने का मन करे, क्योंकि दिल से लिखे गए पोस्ट ही दिलों तक पहुँचते हैं।

और हाँ...
कस्टम डोमेन जरूर खरीदें, आज के दौर में इसकी जरूरत साफ नजर आती है।

याद रखिए: जब आप बिना स्वार्थ के, दिल से लिखेंगे — तभी पैसे कमाने के मौके बनेंगे।

वरना एक दिन आपकी आत्मा खुद आपसे पूछेगी: "क्या सोचकर ब्लॉग बनाया था?"



अगर ब्लॉगर बनने का मन नहीं है, तो कोई बात नहीं! दूसरों का कंटेंट देखें और दिल से खुश हो जाएं। फुर्सत में प्रेरक लेख पढ़ें। जिंदगी को बिना किसी दबाव के जीएं!